कविता से
क) चुरुंगुन अपने ‘उड़ने’ के बारे में बार-बार अपनी माँ से क्यों पूछता है?
ख) चुरुंगन को कौन-कौन सी चीजे अच्छी लगती हैं?
ग) चुरुंगुन अभी-अभी अपने घोंसले से निकला है। फिर भी वह पूरी दुनिया के बारे में जानना चाहता है। तुम किन चीज़ों के बारे में जानना चाहते हो?
क) कवि हरिवंश राय बच्चन द्वारा रचित प्रस्तुत कविता संवादात्मक शैली में है। चिड़िया के बच्चे को उड़ने का बारे में जानकारी नहीं है और इसीलिए वह इस बारे माँ अपनी माँ से पूंछ रहा है| चिङिया से उसका छोटा बच्चा उङना सीखने के क्रम में अपने प्रयासों में सफलता के बारे में आश्वस्त होने हेतु अपनी माँ से इस बारे में बार-बार पूछता है। वह अपनी माँ से जानना चाहता है कि वह कब उड़ने लायक होगा और कब उड़ना शुरू करेगा|
ख) चुरूंगन को पेङ के सारे अंग अच्छे लगते हैं। वह चाहे उसके द्वारा पहले-पहल देखी गयी पेङ की डाली या पत्ते हों या फिर उङने के क्रम में उसके द्वारा देखी गई पेङ की फुनगी हो या उनपर खिल आईं कलियां या फूल हों या फिर जङ का उपरी भाग ही क्यों ना हो उसे सब अच्छे लगते हैं। इसके अलावा उसे धरती-आसमान सब अच्छा लगता है। इसके अलावा उसे डालों-पत्तों पर घूमना, पत्तों का हिल-मिल कर बातें करते देखना भी अच्छा लगता है|
ग) चुरूंगन अभी-अभी अपने घोंसल से निकला है और सारी दुनिया के बारे में जानने की उसकी इच्छा है। मैं मनुष्य के रुप में एक विवेकशील प्राणी की भांति सारी दुनिया के देशों की संस्कृति, वहां के खान-पान, पहनावे, वहां के उत्सव, लोगों, समाज, धर्म, राजनीति इत्यादि के बारे में जानना चाहता हूँ।